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मंगलवार, 9 जनवरी 2024

कमल पटेल

पत्नी और मोबाइल
पत्नी और मोबाइल
 एक सरिका दादा।
इनकी करे जो केयर
 कदी नी आवे बाधा।।

आटो होय तो पत्नी
 झट रोटियां बणई दे।
डाटो होय तो मोबाइल
 जो चाहो दिखई दे।।
  बिन पत्नी जीवन 
लागे बिल्कुल सादा‌।
पत्नी और मोबाइल
 एक सरीका दादा।।

बिना पत्नी सब लागे सून।
गर्मी का महीना जैसे मई और जून।।
मोबाइल बगैर नींद नी आवे।
बैलेंस नी होय तो, मन चैन नी पावे।।
पत्नी बिन पुरुष, लागे आधा-आधा।
पत्नी और मोबाइल एक सरीका दादा।।

नी होय पत्नी तो भैया, जीवन लागे खाली।
घर संभाळे पत्नी,कहलावे दादा घरवाली।।
घर बैठा करदे काम, मुख पे लावे स्माइल।
सबको प्यारो यंत्र है,नाम है भैया मोबाइल।।
म्हारो जीवन थारसे सपना,कंई बोलूं ज्यादा।
  पत्नी और मोबाइल एक सरिका दादा।।
         – कमल पटेल

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अल्प विराम चिन्ह नहीं।

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